भाग्य मेरे जागे भारी सतगुरु आए पाहुना 
भाग्य मेरे जागे भारी,
सतगुरु आए पाहुना ।

चुन चुन कलियाँ सेज साजी,
कंवलन का बिछावना,
आँगनिया में चौकी डारी,
सतगुरु बिठलावना ।

माला लेकर दर पे ठाड़ी,
प्यारे को पहनावना,
आए प्रीतम मेरे प्यारे,
मधुरि चाल चल आवना ।

चौकिया पे आ विराजे,
तन मन वार धरावना,
फूली फूली फिरू अधर में,
दम दम भाग्य सराहना ।

आरती लेकर मैं ठाड़ी,
सतगुरु के सामना,
वारी वारी वारी जाऊँ,
सत्यपुरुष मन भावना।

- योगदन्स ।