तुम मेरे जीवन के धन हो और प्राणाधार हो
तुम मेरे जीवन के धन हो और प्राणाधार हो, एक तुम दाता दयालु, सब के पालनहार हो । जागते सोते कभी भी, मैं तुम्हे भूलूँ नही, बह रहे तुम श्वास बन कर, तुम मेरे संसार हो । भर रहे धन धान से ही, सबके तुम परिवार हो, देते तुम थकते नही हो, ऐसी तुम सरकार हो । जप रहे तेरा नाम पंछी, गीत गाती है पवन, रंग रहे रंगों से जग को, अजब रचनाकार हो । ज़िन्दगी की नाव मैंने, सौंप दी प्रभु आपको, अब किनारे पर लगा दो, मेरे खेवनहार हो । - योगदन्स ।