ऐसा प्यार बहा दे मैया
दुर्गा दुर्गति दूर कर, मंगल कर सब काज। मन मन्दिर उज्वल करो, कृपा करके आज॥ ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊं मैं। सब अंधकार मिटा दे मैया, दरस तेरा कर पाऊं मैं । जग मैं आकर जग को मैया, अब तक ना पहचान सका। क्यों आया हूँ कहाँ है जाना, यह भी ना मै जान सका। तू है अगम अगोचर मैया, कहो कैसे लख पाऊं मैं॥ कर कृपा जगदम्बा भवानी, मैं बालक नादान हूँ। नहीं आराधन, जप तप जानूं, मैं अवगुण की खान हूँ। दे ऐसा वरदान हे मैया, सुमिरन तेरा ग़ाऊँ मैं॥ मै बालक तू मैया मेरी, निष दिन तेरी ओट है। तेरी कृपासे ही मिटेगी, भीतर जो भी खोट है। शरण लगा लो मुझ को मैया, तुझ पर बलि बलि जाऊं मैं । - योगदन्स ।