पार्वती पति, हर हर शम्भो, पाहि पाहि दातार हरे
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, 

करुणाकर करतार हरे,

जय कैलाशी, जय अविनाशी, 

सुखराशी सुख-सार हरे,

जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर, 

जय जय प्रेमागार हरे,

जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, 

अमित अनन्त अपार हरे,

निर्गुण जय जय सगुण अनामय, 

निराकार, साकार हरे ,

पार्वती पति, हर हर शम्भो, 

पाहि पाहि दातार हरे ॥ 1 ॥




जय रामेश्वर, जय नागेश्वर, 

वैद्यनाथ, केदार हरे,

मल्लिकार्जुन, सोमनाथ जय,

महाकाल ओंकार हरे,

निर्गुण जय जय सगुण अनामय, 

निराकार, साकार हरे ,

पार्वती पति, हर हर शम्भो, 

पाहि पाहि दातार हरे ॥ 2 ॥

 

- योगदन्स