एक बार प्रभु दरस दिखाओ
एक बार प्रभु दरस दिखाओ,

एक बार व्याकुल धरती पर,

मधुर मेह बरसाओ।




चंद्र बदन चमकीला कण कण,

दिव्य ज्योति सम उज्ज्वल लोचन,

शत शशि सम शीतल स्मित साजे,

परमानंद से परम ये दर्शन,

नित्य कृपा बन आओ।




बीते बरसो बीती आयु,

सांसे चली या केवल वायु,

खाली क्षण शून्य से झूठा,

तुम बिन जीवन सूखा सूखा,

बंजर भूमि बसाओ।

- योगदन्स ।