भगवान तेरा नाम गाये मन सुबह शाम
भगवान तेरा नाम गाये मन सुबह शाम,

तेरी शरण में तेरे चरण में,

मेरे चारों धाम ।

।। हरि ।।




सूरज की किरणों से उज्ज्वल है,

चंदा की आभा से शीतल है,

तेरा नाम तेरा नाम,

तू ही जलाये तू ही बुझाये,

दो दीपक सुबह शाम।

।। हरि ।।




गंगा की धारा में बहता है,

जमुना के जल में छलकता है,

तेरा नाम तेरा नाम।

तू ही बहे और तू ही बहाए,

सब की बाहें थाम।

।। हरि ।।







ऊंचा हिमालय की चोटी से,

सच्चा है पृथ्वी की मिट्टी से,

तेरा नाम तेरा नाम।

तू जी धरती तू ही अम्बर,

तू ही सब सुख धाम।

।। हरि ।।

- योगदन्स